हिचकी
हिचकी
कहते हैं, कोई दिल से याद करे
तो हिचकियां आती हैं,
मैं अक्सर दिल की गहराई से
तुझको याद करता हूँ।
सामने हो तो रहूँ, नाराज़
प्यार जाने के बाद करता हूँ।
ये जो तू छोड़ जाती है मुझे
शामों सुबह अक्सर,
मैं हिचकियों से तेरी शामों को
फिर आबाद करता हूँ।।