मैं हिचकियों से तेरी शामों को फिर आबाद करता हूँ।। मैं हिचकियों से तेरी शामों को फिर आबाद करता हूँ।।
बंद दरवाज़े के पीछे,तड़पती है माँ की सिसकियां बहन की हिचकियाँ। बंद दरवाज़े के पीछे,तड़पती है माँ की सिसकियां बहन की हिचकियाँ।