हाथों की ताकत
हाथों की ताकत
परिश्रम है जीवन का परम आधार
श्रम बिन मिले न रोटी न अचार
हाथों के श्रम की ताकत से
हो सकता है मुट्ठी में सारा संसार ।
पर्वत, चाँद, सितारे और आसमान
बड़े बड़े तूफानों को झेल जाता है इंसान
हाथों में हुनर हो कुछ करने का तो
जीवन नैया में श्रम करता पतवार का काम।
मेहनत के दम से बदलती है
किस्मत और हाथों की लकीरें
मजबूरी नहीं मज़बूती जीवन है
श्रम से तोड़ दो राह की सब जंजीरें
इन दो हाथों के दम से
मुश्किल काम होते आसान
धरती के गर्भ से निकलता हीरा
जीवन बगिया में आए मुस्कान ।