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Rominder Thethi

Abstract

4  

Rominder Thethi

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हाथ की लकीरें

हाथ की लकीरें

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4

अनचाहे रास्तों पे ले जाती है

हाथ की लकीरें

हम नहीं बनते हमें बनाती है

हाथ की लकीरें


जाने याॅं अनजाने

दिल माने याॅं ना माने

चलना ही पड़ता है

जिस राह चलाती हैं हाथ की लकीरें


तकदीर में लिखे नहीं जो मकाम

पाने की कोशिशें रहती है नाकाम

अपने इशारों पर

नचाती है हाथ की लकीरें


अनचाहे रास्तों पे ले जाती है

हाथ की लकीरें

हम नहीं बनते हमें बनाती है

हाथ की लकीरें।


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