ये रिश्ते
ये रिश्ते
कच्चे धागों के समान होते है ये दिल के रिश्ते,
जरा सा जोर से बाँध दो तो
टूट जाते है ये रिश्ते,
रखना पड़ता है इनको संभाल संभाल कर,
ठोकर जरा सी लग जाए तो
टूट जाते है यह रिश्ते
कितनी मुश्किल से जुड़ते है यह रिश्ते,
पल पल हर पल संभाल कर रखना पड़ता है इनको,
किसी की कही सुनी बातों में आकर टूट जाते है ये रिश्ते,
दिल की डोर से विश्वास के बंधनों से जोड़ कर
रखना पड़ता है इनको संभाल कर,
बहुत ही नाजुक होते है ये प्यार के बंधन,
शक की आंधी अक्सर तोड़ देती है इनको,
तेज आंधी और तूफानों की तरह ये शक डुबो देता है इनकी नैया,
बड़े ही विश्वास से इस नैया को पार लगाना पड़ता है हमको...
