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sargam Bhatt

Abstract Inspirational

3  

sargam Bhatt

Abstract Inspirational

सावन की हरियाली

सावन की हरियाली

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सावन का महीना भी आ गया,

बारिश का मौसम भी आ गया

अब तो बूंदें भी पड़ने लगे ,

लेकिन न जाने कब इस धरती पर

हरियाली की बहार आएगी ।

धरती सूखी बंजर सी हो गई,

आंखें पत्थर सी खुली रह गई,

इस सावन के इंतजार में ,

बारिश के मौसम के इंतजार में,

इन बूंदों के इंतजार में ,

अब तो सब आ गए, अब तो जिद छोड़कर

हरियाली बिखेर दो मेरी मां ।

तेरी धरा पर हरियाली देखने को

मेरी अंखियां तरस गई हैं ।



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