हार है
हार है
कोई मोटा,
खाता पीता
कोई बीमार है
क्या यही
क्या यही प्यार है ?
जब साथ हो पूरी ,
तो क्यों बातें अधूरी
कोई एक क्यों जीते ?
एक की हमेशा हार है
क्या यही प्यार है ?
जब एक दूजे पर ना विश्वास
ना रहे एक दूजे के खास
किसी के लवों पर हंसी
किसी के नैनों में बाहर है
क्या यही प्यार है ?
ऐसा प्यार किस काम का
नहीं करना हमें बस नाम
अब रहा नहीं सौदा स्नेह का
बस काम निकालने का व्यापार है
क्या यही प्यार है ?
