हाँ ! हम उनसे प्यार करते हैं
हाँ ! हम उनसे प्यार करते हैं




हर रोज़ ख़ुद से सौ बार झगड़ते हैं
दिन रात हम उन के ख्यालो में रहते है
हज़ारों उलझने हैं जो सुलझने का नाम नहीं लेते
हरदम उन्हीं का बोझ लिए फिरते हैं।
और सुलझाते-सुलझाते उन उलझनों को
अक़्सर उनसे खुद उलझ पड़ते हैं
हाँ! हम उनसे बेइन्तहा प्यार करते हैं
मोहब्बत इस क़दर है उनसे
कि उनकी यादों से भी रिश्ते निभा लिया करते हैं।
वो कहते हैं कि उन्हें मय के नशे में बहकना पसंद है
और हम इन मतवाले नैनों से अक़्सर
नशीले जाम छलकाया करते हैं
हाँ ! हम उनसे बेइन्तहां प्यार करते हैं।
तमीज़दारों की दुनिया में चर्चे हैं हमारे
पर उनकी बदतमीजियों को याद कर
हम अक़्सर मुस्कुराया करते हैं
और दिलों को जीतने में माहिर हम
उनकी मुस्कुराहटों पर दिल हार जाया करते हैं
हाँ ! हम उनसे बेइन्तहां प्यार करते हैं।
बेबाक़ मुस्कुराना फ़ितरत है हमारी
पर उनकी गुस्ताखियों से हम शरमा जाया करते हैं
उनके साथ बिताये पल कुछ कम हैं, लेकिन
उनकी यादों का समन्दर हम साथ लिए फिरते हैं
हाँ ! हम उनसे बेइन्तहां प्यार करते हैं।
आईने से दोस्ती कुछ ख़ास नहीं थी पहले
पर अब तो घण्टों आईने में खुद को निहारा करते हैं
जाने कब कौन सी अदा उनको घायल कर दे हमारी
इस उम्मीद में हर रोज़ खुद सवांरा करते हैं
हाँ ! हम उनसे बेइन्तहां प्यार करते हैं।
उनका ज़िक्र जो हो अगर कहीं तो मुस्कुरा दिया करते हैं
कोई नगमा मोहब्बत का गुनगुना लिया करते हैं
उन्हें इश्क़ नही हमसे तो ना सही
उनके हिस्से का प्यार भी अक़्सर हमीं निभा लिया करते हैं
हाँ ! हम उनसे बेइन्तहां प्यार करते हैं।