"क्यों न बात करें, चलो बेबाक करें।" "क्यों न बात करें, चलो बेबाक करें।"
वो कौन मुझे है देखता, वो कौन बैठा साख पे।, वो कौन मुझे है देखता, वो कौन बैठा साख पे।,
समझ गया में एक मामूली इंसान हूं इस जमीं आसामन को बांटने की मेरी क्या औकात है। समझ गया में एक मामूली इंसान हूं इस जमीं आसामन को बांटने की मेरी क्या औका...
जाने कब कौन सी अदा उनको घायल कर दे हमारी इस उम्मीद में हर रोज़ खुद सवांरा करते हैं जाने कब कौन सी अदा उनको घायल कर दे हमारी इस उम्मीद में हर रोज़ खुद सवांरा करते...
मुझमें समाके मुझे खुदसे पराया कर गया... मुझमें समाके मुझे खुदसे पराया कर गया...
तुमसे ही सारी नाराज़गी, पर प्यार तुम्ही से है बाकी अपेक्षाओं की सारी कलियाँ, तुमसे ही है रंग पाती ... तुमसे ही सारी नाराज़गी, पर प्यार तुम्ही से है बाकी अपेक्षाओं की सारी कलियाँ, तु...