Priya Satpute
Romance
वह बारिश की तरह आया
मुझे बेबाक कर गया
मुझमें समाके
मुझे खुदसे पराया कर गया...
ऐवें ही
वह !
पहली बारिश की खुशबू और प्रकृति को उन्मादित करती उसकी बेपरवाह बूंदे आज फिर ले आयी हैं तुम्हारी ... पहली बारिश की खुशबू और प्रकृति को उन्मादित करती उसकी बेपरवाह बूंदे आज फिर ...
"नवनीता" काव्य पति-पत्नी के बीच के रिश्तों में समय के अनुसार हुए बदलाव और बढ़ती दूरियों के ऊपर लिखा ... "नवनीता" काव्य पति-पत्नी के बीच के रिश्तों में समय के अनुसार हुए बदलाव और बढ़ती ...
वर्षा की बौछार क्या पड़ी, प्रीतम का विरह असहाय हो गया। वर्षा की बौछार क्या पड़ी, प्रीतम का विरह असहाय हो गया।
यूँ बारिश की बूंदों में खुद को भिगाया न करो, हम दीवानों के दिल को आग लगाया न करो। यूँ बारिश की बूंदों में खुद को भिगाया न करो, हम दीवानों के दिल को आग लगाया न ...
गम क्या चीज़ है, मौत भी कुछ बिगाड़ ना पाए उसका। गम क्या चीज़ है, मौत भी कुछ बिगाड़ ना पाए उसका।
आस लिए खड़ी विरहणी घर की चौखट पर हर्षाये, उचक उचक फिर देख रही अभी तक पिया नहीं आए। आस लिए खड़ी विरहणी घर की चौखट पर हर्षाये, उचक उचक फिर देख रही अभी तक पि...
अब कोई पूछे तो कर सकता हूँ तेरी ओर इशारा, तू ना होता तो ज़माने में मैं बेवजह बदनाम होता अब कोई पूछे तो कर सकता हूँ तेरी ओर इशारा, तू ना होता तो ज़माने में मैं बेवजह बदना...
जलत जिया विरहिन का, प्रमुदित, चंदा और चकोर। मधुर मिलन की ऋत बौराई, बगिया में चहुँ ओर।। जलत जिया विरहिन का, प्रमुदित, चंदा और चकोर। मधुर मिलन की ऋत बौराई, बगिया में ...
तुम खुद को संवार रही थी की, तुम्हारी नजर मेरी तरफ गयी शर्मा कर तुमने चेहरा ढक लिया था तुम खुद को संवार रही थी की, तुम्हारी नजर मेरी तरफ गयी शर्मा कर तुमने चेहरा...
सब आते हैं कुछ कहते हैं कुछ हँसते है, कुछ समझाते हैं सबको सुनते रहते हो बस हमको न सुन पाते ... सब आते हैं कुछ कहते हैं कुछ हँसते है, कुछ समझाते हैं सबको सुनते रहते हो ...
सूर्य जब घुल रहा था, गगन अंक में मैं भी ऐसी घुली रात छत पे मेरे ।। सूर्य जब घुल रहा था, गगन अंक में मैं भी ऐसी घुली रात छत पे मेरे ।।
जिसका गवाह फिर वही गुलाब बना था किताब का वो पन्ना आखिर जिसका ठिकाना था ! जिसका गवाह फिर वही गुलाब बना था किताब का वो पन्ना आखिर जिसका ठिकाना था !
हर लम्हा महसूस हो तेरी साँसों की रफ़्तार, तेरे दिल में बस जाना अधूरी ख़्वाहिश है मेरी। हर लम्हा महसूस हो तेरी साँसों की रफ़्तार, तेरे दिल में बस जाना अधूरी ख़्वाहिश ह...
मधुर मिलन की आशा में अब मन मेरा मुस्काय। आजा साजन बरखा बरसे, तेरी याद सताय। मधुर मिलन की आशा में अब मन मेरा मुस्काय। आजा साजन बरखा बरसे, तेरी याद...
मैं आ रहा हूँ। श्रृंगार बन तेरे रूप में दमकने, मैं आ रहा हूँ। बेनी-गजरा बन बालों पे संव... मैं आ रहा हूँ। श्रृंगार बन तेरे रूप में दमकने, मैं आ रहा हूँ। बेनी-...
पत्थर पूजेला लोगवा, मिल जाले सबके राम पिघलल ना दिल तोहरो, दिल बरबाद हो गईल पत्थर पूजेला लोगवा, मिल जाले सबके राम पिघलल ना दिल तोहरो, दिल बरबाद हो गईल
हर शब्द प्रेम में रंगा हुआ हर पंक्ति गीत होती, हर रात पूर्णिमा होती फिर मधुमास लिखा होता। हर शब्द प्रेम में रंगा हुआ हर पंक्ति गीत होती, हर रात पूर्णिमा होती फिर मधुमास ल...
यूँ तो झुकी हुई नजरें अच्छी है तुम्हारी, पर उठती नजरों की नज़ाकत दिल को छू जाती है । यूँ तो झुकी हुई नजरें अच्छी है तुम्हारी, पर उठती नजरों की नज़ाकत दिल...
कुछ आधे अधुरे-से नग़में हैं और लिखावट को धुँधली बनाती कुछ बूँदें कुछ काग़ज़ पे बिखरी हैं कुछ आधे अधुरे-से नग़में हैं और लिखावट को धुँधली बनाती कुछ बूँदें कुछ काग़ज...
ऋतुएँ हो पुलकित या उदास साक्षी बन खड़ा है मेरे आँगन का ये अमलतास ऋतुएँ हो पुलकित या उदास साक्षी बन खड़ा है मेरे आँगन का ये अमलतास