Priya Satpute
Romance
वह बारिश की तरह आया
मुझे बेबाक कर गया
मुझमें समाके
मुझे खुदसे पराया कर गया...
ऐवें ही
वह !
बारिश की पहली बूंदों से सौंधी महक सी बसन्त में खिली नव पल्लवित कलिका सी। बारिश की पहली बूंदों से सौंधी महक सी बसन्त में खिली नव पल्लवित कलिका सी।
रंगों के त्योहार पर तुम्हें मेरे रंग में रंगना है , अबीर-गुलाल केसू तुम्हें मलमल लगाना। रंगों के त्योहार पर तुम्हें मेरे रंग में रंगना है , अबीर-गुलाल केसू तुम्हें म...
बड़ी सुहानी होती हैं प्यार की अनजानी राहें कुदरत फैला देती है प्यार से अपनी दो बाहें। बड़ी सुहानी होती हैं प्यार की अनजानी राहें कुदरत फैला देती है प्यार से अपनी...
महफ़िल में बार बार किसी पर नजर गयी , हमने बचाई लाख मगर फिर भी उधर गयी। महफ़िल में बार बार किसी पर नजर गयी , हमने बचाई लाख मगर फिर भी उधर गयी।
तुम्हारे नशे की दीवानी हूँ मैं , सच कहूँ तुम्हारी कहानी हूँ मैं। तुम्हारे नशे की दीवानी हूँ मैं , सच कहूँ तुम्हारी कहानी हूँ मैं।
है एक ऐसी तमन्ना मन की, जो मन में हर पल उजागर होती रहती। है एक ऐसी तमन्ना मन की, जो मन में हर पल उजागर होती रहती।
भक्ति का संपूर्ण रस, आशिक के पास होता। भक्ति का संपूर्ण रस, आशिक के पास होता।
मल दो रंग मेरे अंग अंग नाथ तेरे रंग में ऐसे रंग जाऊं न रहे कछु मोर संग आपने रंग। मल दो रंग मेरे अंग अंग नाथ तेरे रंग में ऐसे रंग जाऊं न रहे कछु मोर संग आपन...
मैं तो मोहन के प्रेम के रंग में रंगना चाहती थी। मैं भोली एक नारी यह सब करना चाहती थी। मैं तो मोहन के प्रेम के रंग में रंगना चाहती थी। मैं भोली एक नारी यह सब करना च...
उसने जब अपने होंठों से हृदय तंत्र के तार बजाए। उसने जब अपने होंठों से हृदय तंत्र के तार बजाए।
सौंदर्य से उसके ,सभी वर्ण फीके हुए । होली कैसे खेलूं ? सखी री। सौंदर्य से उसके ,सभी वर्ण फीके हुए । होली कैसे खेलूं ? सखी री।
तेरे दिल में काश मोहब्बत का कोई फूल खिल जाये। तेरे दिल में काश मोहब्बत का कोई फूल खिल जाये।
लाल रंग के फूल जब झड़ जायेंगे तो मुझको बहुत रुलायेंगे लाल रंग के फूल जब झड़ जायेंगे तो मुझको बहुत रुलायेंगे
रंगों के त्योहार पर तुम्हें मेरे रंग में रंगना है। रंगों के त्योहार पर तुम्हें मेरे रंग में रंगना है।
मैंने कहा कि, हुस्न तो बेहद अजब है आप का कहने लगे कि, ये कमाल ए फ़न अलब है आप का। मैंने कहा कि, हुस्न तो बेहद अजब है आप का कहने लगे कि, ये कमाल ए फ़न अलब है आ...
तेरी सूरत है सांवली तेरी अखियां कजरारी। तेरी सूरत है सांवली तेरी अखियां कजरारी।
बिन बोले, हर बात मैं समझ जाऊं, ऐसा तो हर बार नहीं.... तुम कुछ बोलो, हर बार बहस हो। बिन बोले, हर बात मैं समझ जाऊं, ऐसा तो हर बार नहीं.... तुम कुछ बोलो, हर ...
होली की रंग-बिरंगी धूम मची है तुम बिन यह जीवन मुझे खल रहा है। होली की रंग-बिरंगी धूम मची है तुम बिन यह जीवन मुझे खल रहा है।
पर हम भी कहां मानने वाले हैं प्रेम के रंग में उसे रंगने वाले हैं। पर हम भी कहां मानने वाले हैं प्रेम के रंग में उसे रंगने वाले हैं।
आओ सजन मुझे रंग लगाओ, भूल सब रंज अंग लगाओ ! आओ सजन मुझे रंग लगाओ, भूल सब रंज अंग लगाओ !