STORYMIRROR

Amrita Singh

Romance

3  

Amrita Singh

Romance

हाल - ए - दिल

हाल - ए - दिल

1 min
196

ना पूछो मेरा हाल कैसा है।

जैसे आसमान से कटी पतंग हो कोई, 

जैसे रूह के बिना, जिस्म हो कोई !

ना पूछो ये हाल - ए - दिल मेरा.... 

दिल -ए - संगमरमर मे ए दिलबर,

एक रूहानियत सा ख्वाब सजा रखा है,

तन्हा दिल मे तेरी याद को सजा रखा है !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance