Sanjay Pathade Shesh
Classics
पराया धन
नहीं होती बेटियाँ
घर की लक्ष्मी
रेवड़ी
जनप्रतिनिधि
अजब दौर है
आदत
श्रद्धा बनाम ...
मोहरा
मोहरे
विश्वास
आश्वासन
हाइकू रचनायें
करुणा और मैत्री के भाव से प्रह्लाद जी तब उनसे कहें। करुणा और मैत्री के भाव से प्रह्लाद जी तब उनसे कहें।
श्री कृष्ण परब्रह्म हैं ये सुनकर युधिष्ठर के आश्चर्य की सीमा न रही। श्री कृष्ण परब्रह्म हैं ये सुनकर युधिष्ठर के आश्चर्य की सीमा न रही।
है प्यार इस दुनिया में ये माना, तुमको देख कर राम ये जाना ! है प्यार इस दुनिया में ये माना, तुमको देख कर राम ये जाना !
खा कर कोई जादुई टिकिया, तुम सिकुड़ गई, अणु-सी बिटिया। पहुँचे उस छोर पर, जहाँ समय है ठहरा, ब्रह्मांड ... खा कर कोई जादुई टिकिया, तुम सिकुड़ गई, अणु-सी बिटिया। पहुँचे उस छोर पर, जहाँ समय...
प्राचीनबर्हि कहें नारद जी से कि पूरी तरह समझ में न आया। प्राचीनबर्हि कहें नारद जी से कि पूरी तरह समझ में न आया।
तुमको चुनना होगा अपने मम्मी पापा और मुझमें से किसी एक को। तुमको चुनना होगा अपने मम्मी पापा और मुझमें से किसी एक को।
वह बूढ़ी काकी, जो कोने में बैठी, दुनिया विलग, हर खुशी से ऐंठी। वह बूढ़ी काकी, जो कोने में बैठी, दुनिया विलग, हर खुशी से ऐंठी।
लगा चिनिया बदाम है ये जो मेरा गांव है शहर का पड़ाव है।। लगा चिनिया बदाम है ये जो मेरा गांव है शहर का पड़ाव है।।
धरा गर्त में सोये बीजों को प्यारी थपकी दे सहलाएगा । धरा गर्त में सोये बीजों को प्यारी थपकी दे सहलाएगा ।
साथ न टूटे सातों जन्म वही पवित्र बंधन जो तुम्हें बना दे मेरा। साथ न टूटे सातों जन्म वही पवित्र बंधन जो तुम्हें बना दे मेरा।
पुरुष के पास मायका नहीं होता <br>नहीं होताकोई ऐसा आँगन<br> जहाँ बिखेर सकें अपनी सारी थकान, <br>... पुरुष के पास मायका नहीं होता <br>नहीं होताकोई ऐसा आँगन<br> जहाँ बिखेर सकें ...
1 जय रघुनंदन राघव राम। सप्तताल प्रभेता राम। राम की गाथा, राम विधाता। 1 जय रघुनंदन राघव राम। सप्तताल प्रभेता राम। राम की गाथा, राम विधाता।
ज़ब उसने छल से,सीता का अपहरण किया, असहनीय था उस दुष्ट रावण का ये व्यवहार। ज़ब उसने छल से,सीता का अपहरण किया, असहनीय था उस दुष्ट रावण का ये व्यवहार।
निरंतर जपो हनुमत नाम पूर्ण करें प्रभु विगड़े काम। निरंतर जपो हनुमत नाम पूर्ण करें प्रभु विगड़े काम।
कसीदा हजरत बाबा साहब सोनगिरी सरकार ग्राम सोनगिरी,फतेहगढ़ जिला मन्दसौर (म.प्र.) कसीदा हजरत बाबा साहब सोनगिरी सरकार ग्राम सोनगिरी,फतेहगढ़ जिला मन्दसौर (म.प्र.)
श्याम तेरे चरणों में है शत शत प्रणाम, तेरे दर्शन करने हम आए गोकुल धाम। श्याम तेरे चरणों में है शत शत प्रणाम, तेरे दर्शन करने हम आए गोकुल धाम।
किसी बर्फीले पहाड़ पर चाँदी-सी चमकती मानवीय आकृतियाँ, महज़ बर्फ़ से बनी किसी की कारीगरी कब थीं, हर ज... किसी बर्फीले पहाड़ पर चाँदी-सी चमकती मानवीय आकृतियाँ, महज़ बर्फ़ से बनी किसी की ...
किसी को जाम मिलते हैं किसी को प्यास मिलती है। किसी को जाम मिलते हैं किसी को प्यास मिलती है।
तो ऐसा न हो कि किसी भी व्यक्ति के पास खोने के लिए कुछ शेष ही न बचे। तो ऐसा न हो कि किसी भी व्यक्ति के पास खोने के लिए कुछ शेष ही न बचे।
हे सरस्वति ज्ञान की देवी आपका वंदन अभिनंदन है। हे सरस्वति ज्ञान की देवी आपका वंदन अभिनंदन है।