STORYMIRROR

Nimisha Singhal

Tragedy

4  

Nimisha Singhal

Tragedy

हाइब्रिड भेड़ियें

हाइब्रिड भेड़ियें

1 min
359


अँधेरे में चमकती.. कई जोड़ी ऑंखें ,

एहसास कराती हैं..

शायद जानवर हैं आसपास।

भेड़िए के नस्ल के इंसान

नहीं पहचाने जाते अँधेरी रातों में

चमकती ऑंखें.. रिसेसिव करैक्टर में ढल गयी हैं...

हाइब्रिड भेड़िए इसका फायदा सदियों से उठा रहे हैं।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy