STORYMIRROR

Ruchi Mittal

Inspirational

4  

Ruchi Mittal

Inspirational

गूंजेंगे फिर सुर मधुर

गूंजेंगे फिर सुर मधुर

1 min
406

बंट गयी सरगम भी अब तो

हिन्दू मुसलमान  में

कीर्तन में डूबा  हिन्दू

शेख जी अज़ान  में


सात सुर को जोड़ कर जब

एक सरगम बन गई

कैसे फिर माटी वतन की

मजहबों में रंग गई


सात सुर इस साधना के

खुद ब खुद हैरान हैं

मंदिरों और मस्जिदों के

भेद से अनजान हैं


मिल गए हम सब अगर ज्यूँ

साथ रहते सात सुर

देश की आबो हवा में

गूंजेंगे फिर सुर मधुर।



రచనకు రేటింగ్ ఇవ్వండి
లాగిన్

Similar hindi poem from Inspirational