मेरे प्यारे वतन
मेरे प्यारे वतन
ये वीर सिपाही भारत के
पर्वत से जा टकराते हैं
दुश्मन की बातें छोडो
ये मृत्यु से भिड़ जाते हैं
ये अंगारों में पलते हैं
शोलो से खेला करते हैं
नदियाँ, सागर, पर्वत, जंगल
हर बाधा झेला करते हैं
भारत माँ की अस्मत पर
ये हँसकर जान लुटाते हैं
सीने पर गोली खाकर भी
ये वन्देमातरम् गाते हैं
मेरे प्यारे वतन तुझ पे मर कर
ये तेरा वंदन करते हैं
तेरी मिट्टी को शीश पे धर कर
हर कण चंदन करते हैं।