गुलाब
गुलाब
हर सवाल का जवाब लिए बैठे हैं,
होठों पर इक गुलाब लिए बैठे हैं,
मयखाने सारे बंद होंने को हैं अब,
जबसे आखों में वो शराब लिए बैठे हैं।
हर सवाल का जवाब लिए बैठे हैं,
होठों पर इक गुलाब लिए बैठे हैं,
मयखाने सारे बंद होंने को हैं अब,
जबसे आखों में वो शराब लिए बैठे हैं।