गम और खुशी
गम और खुशी
गम और खुशी जीवन में रहती है एकसाथ ।
सदा सुकर्म करने में ही हर पल रहें हमारे हाथ।।
गम और खुशी में संतुलन बनाने वाले कमाल करते हैं।
पुरुषार्थी बन कर ज़िंदगी वे अपनी मालामाल करते हैं।।
दोनों ही स्थितियों में मेहनतकश ताल से ताल मिलाते हैं।
प्रत्येक परिस्थिति में वे हरदम हँसते तथा मुस्कुराते हैं।।
गम और खुशी में एकसमान जीने वाले मिसाल बन जाते हैं।
अज्ञानता के अँधेरों से निकाल कर प्रकाश में ले जाते हैं।।
किसी भी समस्या तथा मुश्किल से स्वयं को निकाल लेते हैं।
आने वाली हर बाधा का सज्जन डटकर ही मुकाबला करते हैं।।
गम और खुशी दोनों में ही मुस्कुराना आना चाहिए।
सभी संग व्यवहार अपना एक समान रखना चाहिए।।
दोनों परिस्थितियों का स्वाद प्रेमभाव से चखना चाहिए।
खुशी में न सही किंतु गम में अपनों को परखना चाहिए।।
गम और खुशी की सौगात आप सबको मुबारक।
सुंदर चेहरे की मुस्कुराहट आप सभी को मुबारक।।
आज का खूबसूरत विषय आप सभी को मुबारक।
सदैव सकारात्मकता की ऊर्जा आप सभी को मुबारक।।