एकता की ताकत
एकता की ताकत
एक-एक ऊंगली मिल मुठ्ठी बनती
बने एकता बडी़ मजबूत
अच्छे-अच्छों को धल चटा दे
जिसमें शक्ति हो भरपूर।।
अलग-थलग जो पडे़ रहें
कमजोर, असहाय से जीवन में मजबूर
रंग- बेरंग सी जिंदगी होती
रहे मौज-मस्ती से दूर।।
बूरे वक्त में कोई साथ न होता
होते निराशा संग आत्म ग्लानि से चूर
समस्याओं से हर रोज झुझते
जाते हंसी-खुशी को भूल।।
अपनापन होता एकता में यारों
भावनाओं में बहता खून
बडे़-बडे़ लछ्य छोटे पड़ते
ऐसी एकता की ताकत बेजोड़।।