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Lovelesh Nirmala Devi Gurjar

Romance

3.7  

Lovelesh Nirmala Devi Gurjar

Romance

एक सफर हमसफर के लिए

एक सफर हमसफर के लिए

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तुम मिले तो हर पल हंसी बन गया न जाने कब ये दिल इस कदर जुड़ गया।

पता ही नही चला कब ये सफर जिंदगी का सफर बन गया।

तुम्हे देखकर पाने की हसरतें बढ़ती रहीं और ये कारवां हमसफर बन गया।

में नही जानता ये कैसे हुआ पर ये मेरी जिंदगी का हिस्सा बन गया।


आप मेरे साथ क्या करना चाहते हो मै नही जानता मै सिर्फ इतना जानता हूं ।

मैं हर गुनाह का खतावार हुँ हाँ मेने गलती की है मै गुनाहगार हू।

तुम्हें चाहने की तुम्हे पाने की तुम्हें अपना बनाने की पूरी शिद्दत से हर कोशिश की है।

मैं जनता हूँ ये सब करके मैने तुम्हें परेशान किया है

फिर भी आपने मेरी हरकतों को माफ करके मुझपे एहसान किया है।

सही कहा आपने आप जो एक्शन लेंगे

सब पता लग जायेगा हर सजा पाने का हकदार हूँ में।

में इसी लायक हूँ क्योंकि मैं नालायक हूँ मिटा दो मेरी हर हस्ती को

एक छोटे से आदमी ने आपके काबिल समझने की कोशिश की है।

जो भी गुनाह किये मेने हर गुनाह की सजा पाने के लिए तैयार हूं मैं ।


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