एक अदृश्य जोड़
एक अदृश्य जोड़
एक रिश्ता जो दिमाग का नहीं
दिल का होता है
एक इंसान जो अच्छे कर्मों और
किस्मत से मिलता है
यूँ तो बहुत देखे है इस
मंज़िल में लोग
मगर हर कदम पे साथ
देने वाले बस कुछ ही होते है
जो बड़ी से बड़ी मुश्किल
को आसान बना देते हैं
सच्चे साथी वही कहलाते है