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Krishna Bansal

Abstract Classics Inspirational

4.7  

Krishna Bansal

Abstract Classics Inspirational

एहसास

एहसास

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मंद मंद समीर

समीर का थपथपाना 

सुबह की किरण का 

हौले हौले सहलाना

खूब गर्मी में 

पसीने का बहना 


ठिठुरती सर्दी में 

शरीर का कंपकंपाना

हल्की फुल्की बूंदाबांदी का 

शरीर पर बरसना 

सब अलग अलग एहसास है।


पिता का सिर पर प्रेम भरा हाथ

मां का स्नेह भरा आलिंगन 

भाई का बहन की रक्षा करना 

बहन का बहन के लिए 


अतरंग सानिध्य 

टीचर का आपके विकास

हेतु

दिलचस्पी दिखाना

प्रेमी की सब कुछ 

न्योछावर कर देने की बात 


पति की प्यार भरी दृष्टि 

कभी क्रोध भरी भी

पत्नी का समर्पण

ऐरे गैरे की छेड़खानी 

सब अलग-अलग एहसास है।


दोस्तों की उलाहनें भरी गाली 

दुश्मन की तीखी व

घृणा भरी निगाह 

रिश्तेदारों की ईर्ष्या  

बॉस का झिड़की

सब अलग अलग एहसास है।


इन्हीं एहसासों के साथ 

जीना ही तो ज़िन्दगी है दोस्त।


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