दूरी न रहे कोई
दूरी न रहे कोई
मेरे धरा के चौदहवीं के चाँद,
सुन दूरी न रहे कोई मेरे चाँद।
कभी दूर नहीं जाना मेरे चाँद,
सदा साथ रहना तुम मेरे चाँद।
जीवन-भर तेरा मेरा साथ रहे,
तमाम उम्र ये हाथ में हाथ रहे।
सुबह से ले रात्रि हम साथ रहे,
जीवन भर विश्वास ये बना रहे।
सदा हर वक़्त प्यार करना हमें,
हर एक दिन-रात है करना हमें।
सुनो धीरे धीरे प्यार बढ़ाना हमें,
प्यार करके परिवार बढ़ाना हमें।
नाश्ता हर दिन बनाया करो तुम,
रात को चाय बना पिलायेंगे हम।
आ-जा ये कभी ख़ुशी कभी ग़म,
मिलकर बिताने ख़ुशी या हो ग़म।