दर्द
दर्द


ताउम्र रहेगा
अंगारा हुआ
दर्द यहां
रोज चिनार पीछे
लगेगा
उदास आसमां।
चन्द अश्क़
बिखरेंगे
आंगन धुलेंगे
गुमसुम
मुस्कान रहेगी।
वक्त लौटता नहीं
सबको पता
मगर उम्मीद
पहरों
ख्वाब सजायेगी।
ताउम्र रहेगा
अंगारा हुआ
दर्द यहां
रोज चिनार पीछे
लगेगा
उदास आसमां।
चन्द अश्क़
बिखरेंगे
आंगन धुलेंगे
गुमसुम
मुस्कान रहेगी।
वक्त लौटता नहीं
सबको पता
मगर उम्मीद
पहरों
ख्वाब सजायेगी।