दोस्ती के रिश्ते
दोस्ती के रिश्ते
दोस्ती के रिश्ते में,
हमेशा कामना नहीं होती,
अनुराग के नातों में,
कभी वासना नहीं होती।
हर वादा निभाने के लिए,
प्यार करना मेरे दोस्त,
औरत की मुहब्बत,
कोई खिलौना नहीं होती।
बिना श्रध्दा के पूजा में,
जितने गाओ भजन,
कागज़ के पुष्पों से,
कभी अर्चना नहीं होती।
आँख मूँदकर खुदा से,
बहुत कुछ माँगा तूने
जो सच्चे दिल से न हो,
प्रार्थना नहीं होती।
बिक जाते हैं बर्तन,
मुफलिसी के आगोश में,
हर कटोरे में माँगने,
की भावना नहीं होती।
टूटकर बिखरने की,
हम में ताकत है “निधि”,
हर आँसू भरी निगाह में,
याचना नहीं होती।