दोस्ती का रिश्ता
दोस्ती का रिश्ता
कुछ अजीब से रिश्ते होते हैं
आंखों के वो कोहिनूर होते हैं
दूर रहकर भी वो पास होते हैं
ये बस दोस्ती के रिश्ते होते हैं
पास हो तो गालियां देते हैं
दूर चले जाओ तो रोते हैं
ये अनमोल रिश्ते होते हैं
फरिश्ते भी इसके लिये रोते हैं
ये बस दोस्ती के रिश्ते होते हैं
वो नसीबवाले हैं,
जिनके दोस्त होते हैं
वो बड़े बदनसीब हैं,
जिनके दोस्त नहीं होते हैं
जग में दोस्ती के रिश्ते
बहुत ही अलहदा होते हैं
मुसीबत में जब
अपने साथ छोड़ देते हैं
दोस्त ही दीपक जैसे,
खुद जलकर रोशनी देते हैं
दोस्ती के रिश्ते, सच में
जन्नत से खूबसूरत होते हैं।