दोगले लोग
दोगले लोग
नफरत करती हूँ मैं गर पूछो तो ,
इन दोगले लोगों से बहुत ,
जो आप के साथ कुछ और ,
दूसरों के साथ होते कुछ और।
ऐसे लोग बहुत ज्यादा खतरनाक ,
ये कभी भी तुम पर करते वार ,
तुम मासूम बन इन्हे करते प्यार ,
ये पागल बन तुम पर करते अधिकार।
इनकी मानसिकता जब सामने आती ,
तब इनकी आँखें बदल जातीं ,
ये तब खुद को निर्दोष बता कर ,
तुम पर करते शब्दों के वार।
ऐसे लोगों को सबक सिखाना ,
हम को भी अब सीखना होगा ,
जब वो वार करें चोरी से ,
तब अपने वार से उनको चीरना होगा।
अगर तुम चरित्रहीन हो उनकी नज़र में ,
तो चरित्रवान वो खुद भी नहीं हैं ,
जो औरों के चरित्र पर ऊंगली उठाये ,
उसके खुद के चरित्र में कमी बड़ी है।
इसलिये याद रखना ये सबक हमेशा ,
कि कभी किसी दोगले को ना दोस्त बनाना ,
वो खुद तो बर्बाद होगा सच बोलूँ ,
और चाहेगा तुम्हे भी राह से भटकाना।।
