हम कितने नादान है, जिनसे घर हुए श्मशान है, उन्हीं दोगले लोगों को बता रहे मित्र, ज़माने हम कितने नादान है, जिनसे घर हुए श्मशान है, उन्हीं दोगले लोगों को बता रहे मित्र,...