सपने देखने को नींद ज़रूरी हैं मगर ,नींद को आने के लिए भी सपने ज़रूरी हैं बहुत सपने देखने को नींद ज़रूरी हैं मगर ,नींद को आने के लिए भी सपने ज़रूरी हैं बहुत
मेरी बस उस ख़ुदा से लौ लगी है, मुझे दुनिया से कोई सरोकार नहीं मेरी बस उस ख़ुदा से लौ लगी है, मुझे दुनिया से कोई सरोकार नहीं
डरना किस बात का है, जब कोई हो ना हो, लेकिन खुद की परछाइयााँ खुद के साथ हो। डरना किस बात का है, जब कोई हो ना हो, लेकिन खुद की परछाइयााँ खुद के साथ हो।
दर्द होते हुए भी आँसू बहा नहीं पाते, जीना चाहते हैं, मगर जी नहीं पाते। दर्द होते हुए भी आँसू बहा नहीं पाते, जीना चाहते हैं, मगर जी नहीं पाते।
कौन कहता है कि जीवन एक दर्पण है? मुझे तो अपना कोई प्रतिबिम्ब नहीं दिखता। कौन कहता है कि जीवन एक दर्पण है? मुझे तो अपना कोई प्रतिबिम्ब नहीं दिखता।
हम कितने नादान है, जिनसे घर हुए श्मशान है, उन्हीं दोगले लोगों को बता रहे मित्र, ज़माने हम कितने नादान है, जिनसे घर हुए श्मशान है, उन्हीं दोगले लोगों को बता रहे मित्र,...