दिसम्बर 2019
दिसम्बर 2019
जा तो रहे हो इस
भीषण ठंड से कप-कपाके
पता है कभी अब तुम लौटोगे नहीं
मगर बची ज़िन्दगी में याद आओगे बहुत !
तेरी हर बात हर परेशानी
जितना झेलाये हो सबको
चाहकर भी कोई चाहे मगर
तुम याद आओगे बहुत !
इंतज़ार हमें भी है
नव-वर्ष के नये मेहमान का
देखो दिसम्बर 20 अपनी
कला क्या दिखाता है ।
विदा तो करेंगे तुझे
हम अपनी नम आँखों से
भले तुमने हमको कभी जाना नहीं ।
तेरी तरह हम निर्दयी तो नहीं
विदा करके रहेंगे हँसी ख़ुशी हम तुझे..!

