भारत माँ के वीर सपूत
भारत माँ के वीर सपूत


जय जवान
जय देश के वीरों
कर्मयुद्ध के वीर सपूतों
धर्म पे मरना कोई तुमसे सीखे
देश की रक्षा के ख़ातिर
त्याग दिया सुख चैन अपना
रहे सलामत भारत माता
ख़्वाब यही आँखों में सपना
आंधी हो या तूफ़ान बड़ा
सबसे तुम टकरा जाते हो
मौत भी तुमसे डरती होगी
जब हँसकर गले लगा लेते हो
तेरे शौर्य की गाथा
देश के शिर माथे पर
देकर दिल मे नाम अपना
आँखों से ओझल हो जाते हो
जय जवान
जय देश के वीरों
धर्म पे मरना कोई तुमसे सीखे !