झुकना मत कभी
झुकना मत कभी


ऐ मेरे देश के वीरों
मां के लाल माटी के धीरों
तुम झुकना मत कभी
दुश्मन के गली
हाँथ में आये जो
तोड़ देना गर्दन की नली..!
प्रेम-दया तुम मत करना
मौत से अपनी तुम मत डरना
होशियार , चौकन्ना रहकर
भारत माँ की रक्षा करना..
तेरे शौर्य को दुनिया जाने
देश का रक्षक हम सब माने
हो पहाड़ अडिग तुम रहना
दुश्मन के आगे कभी मत झुकना..
मौत भी आये गले लगाना
मरकर भी जीवित हो जाना
झकझोर के सागर भूकम्प मचाना
जाने से पहले पर शेरों
गाड़ तिरंगा ..वन्दे मातरम
जुबां से अपने कहकर जाना..!