ऐ मेरे जीवन साथी
ऐ मेरे जीवन साथी
हम दोनों की शादी हुई है
हम दोनों हैं दूल्हा दुल्हन
हम दोनों हैं पति पत्नी
हम दोनों हैं जीवन साथी
हमारा अब जो संबंध है
वह सात जन्मों का बंधन
इस रिश्ते में तन की बस न सुंदरता देखो
दिल की आंखों से पढ़ो मन के भाव भी
प्यार के क्षणों को मिलकर साथ बिताओ तो
दुख की घड़ी व कठिन डगर पर भी न छोड़ो
एक पल को साथ कभी
यह जीवन मिलकर साथ बिताना है
आये कोई भी बाधा
उत्पन्न हो कोई भी समस्या
उसे मिलकर पार करना
उसका मिलकर कोई हल निकालना है
परिवार जो बढ़ेगा
बच्चों का साथ जो मिलेगा
हर कदम फिर मिलकर
साथ उठाना है
घर को एक मंदिर बनाना है
प्यार का दीपक इसमें
नित रोज सुबह और शाम जलाना है
जीवन के आखिरी मोड़ पर
कोई साथ हो या न हो
कोई साथ दे या न दे पर
ऐ मेरे जीवन साथी
हम दोनों को एक दूसरे का
पूरक बने रहना है और
जीवन के आखिरी पड़ाव को भी
एक दूसरे से प्रेम करते
एक दूसरे का मान करते
सम्मान करते ही बिताना है।

