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Rajit ram Ranjan

Romance

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Rajit ram Ranjan

Romance

दिल तोड़ जाते हैं

दिल तोड़ जाते हैं

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अपनापन दीखता नहीं 

अब अपनों की आँखों में

कहते हैं में हबूब और 

तड़पाते हैं ख़्यालातों में !


अब तो उनकी याद 

आती हैं रातों में

दिल तोड़ जाते हैं हर रोज़ 

बातों ही बातों में !


वो ठहर जाये 

कुछ पल

तो दिल को सुकून मिले

भूल जाऊँ मैं 

उसके सारे शिकवे - गिले!


कहते हैं दोस्त 

छोड़ जाते हैं

मुश्किल हालातों में

सब सपना दीखता है

उसकी आँखों में

दिल तोड़ जाते हैं हर रोज़ 

बातों ही बातों में !



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