दिल से पूछो कभी...
दिल से पूछो कभी...
अपने दिल से क्या पूछे हम ये तो कब से तुम्हारे पास है,
मेरे पास जो दिल है वो तो तुम्हारा है जो मेरी कही हर बात मानता है,
उससे हम जो कह देते है कि दिन है तो वो रात को भी दिन मानता है,
मेरी एक आवाज़ पर वो मेरे करीब होने का एहसास करवाता है,
अपना दिल तो हम कब का तुझको दे चुके सवाल उससे करें तो कैसे करें,
चाहकर भी हम इस दिल को तोड़ नही सकते तुझे चोट दे नही सकते,
दिल जो तुमने हमारा चुराया न होता अपना बनाया ना होता तो,
उसको तोड़ के टुकड़े हज़ार कर लेते और कभी ना जोड़ते,
तेरे दिल से हम कोई सवाल भी नही करते क्योंकि सोच समझकर हमने प्यार किया था,
वो कसमे वो वादे हमारे आज नही तो कल सच हो ही जायेंगे,
इस जहाँ में अगर ना मिल पाए तो शायद उस जहाँ में मिलन हो जाये,
प्यार हमारा भी रहेगा शायद अधूरा अधूरा ये सवाल हम पूछें तो पूछें कैसे ????