दिल का टुकड़ा
दिल का टुकड़ा
मदहोश जो होता हूँ, प्यार की खुशबू से होश में लाता है तू,
शमा क्या रोशन करेगा, मेरा पथ प्रदर्शक है तू।
छोटी सी मेरी जिंदगानी, ज़िन्दगी का सार है तू,
मेरे सपने साकार कर दे, ऐसा दिल का टुकड़ा है तू।
पावस की फुहार है तू, बसन्त की बहार है तू,
वसुंधरा का श्रृंगार है, नन्हा सा संसार है तू।
मेरा जीवन एक छोटी नैया, सागर में उठ रही हिलोरे,
किनारे को तलाशती, नैया की पतवार है तू।
दुखी को सुखी बना दे, भटके हुए को राह दिखा दे तू
हार नहीं मानना जिसे, "विजय" का ऐसा हार है "नीतू"।

