दिल का चैन
दिल का चैन
दिल का सुकून है प्यार
सुबह की पहली याद है प्यार
शब की आखरी पहर है प्यार
आँखों का सुकून है प्यार
हमें थी क्या खबर है क्या चीज़ प्यार
हम ने तो सीखा आप से प्यार
वह प्यार आप ही तो है मेरी जान
जिस की हसी से मिलता दिल को सुकून है
जिसे देखे बिन मिलता नही चैन ओ क़रार
ना जाने कब बन गए तुम इस दिल की धड़कन
धीरे धीरे हो गए हो तुम ही तो अब
हमारे जीने को वजह, तू ही तो है सब कुछ ऐ दिलरुबा।