दिल ढूँढता है उसे
दिल ढूँढता है उसे
दिल ढूंढता है उसे
हर जगह,हर पल,
दिल पुकारता है उसे हरपल
ना जाने वो कब
मेरी प्यार को समझेगी?
इस सोच के साथ
तड़पता हूँ हर पल,
कभी-कभी सोचता हूँ
क्यों उसको दिल दिया?
खुश तो था अकेला ही
क्यों उससे मोहब्बत किया?
फिर भी,दिल ढूंढता है उसे
हर जगह,हर पल
दिल पुकारता है उसे हरपल।

