उदासी भरे दिन कभी तो जाएंगे
उदासी भरे दिन कभी तो जाएंगे
तुम क्या सोच रहे हो
क्यों तन्हा और उदास हो
देखो यह प्रकृति सारी
किस तरह मुस्कुरा रही है
तुम सब्र रखो
यह उदासी भरे दिन कभी तो जाएंगे
फिर,जिंदगी में वही सुहाने पल आएंगे
माना की अभी हालात अच्छे नहीं है
आखों में आँसू और चेहरों पर उदासी है
पर,कब तक ऐसे हालात रहेंगे
तुम सब्र रखो
यह उदासी भरे दिन कभी तो जाएंगे
इस जिंदगी का यही दस्तुर है
कभी धूप तो कभी छाया है
हर दर्द को झेलकर
हमें हरपल मुस्कुराना है
तुम सब्र रखो
यह उदासी भरे दिन कभी तो जाएंगे
फिर,जिंदगी में वही सुहाने पल आएंगे।