धीरज धरें
धीरज धरें
जीवन की विकट से विकट स्थिति में
अत्यंत विशाल प्रतिकूल परिस्थिति में,
परित्याग न करें अपने प्रयास का
पकड़े रखें दामन अपने धैर्य का।
जब लगे बंद हो गये आशा के दरवाज़े
तो भी जारी रहनी चाहिएँ ये कोशिशें,
अंतिम क्षणों का आपका प्रयास और
लगन का कार्य पलट देते हैं बाज़ी को।
जैसे कभी कभी गुच्छे की आख़िरी चाबी
खोल देती है बन्द पड़े हुए ताले को,
ऐसे ही पतझड़ की प्रतिकूलताओं में
बनाए रखें अपने अटूट धैर्य को।
भंवरों की गुंजन चिड़ियों की चहचहाहट
निस्संदेह लाएंगे फिर एक नया वसंत,
निरंतर सजग सार्थक प्रयास आपके
बदल देंगे इस जीवन के परिणाम को।