धैर्य
धैर्य
आँधियों ने
तूफानों ने
बार-बार
कई बार मेरे
शीशमहल तोड़े
तो क्या ?
हमने मिलकर
फिर से
छोटे-छोटे रेत के
घरोंदे बनाए।।
आँधियों ने
तूफानों ने
बार-बार
कई बार मेरे
शीशमहल तोड़े
तो क्या ?
हमने मिलकर
फिर से
छोटे-छोटे रेत के
घरोंदे बनाए।।