देव बच्चों को बचाते
देव बच्चों को बचाते
ज्यादा खतरनाक बच्चों के लिए है,
सुना होगी कोविड की अगली लहर।
सुखद खबर है पर सावधान रहें हम,
प्रतिरक्षण तंत्र बच्चों का होता बेहतर।
अधिक निकट बच्चे होते हैं ईश्वर के ,
विलियम वर्ड्सवर्थ यह गए हैं कहकर।
सरल-पवित्र हृदयी होने के कारण ही,
देव बच्चों को बचाते सहायक बनकर।
गर्भकाल में शिशु के लिए मां का रूप ,
शुभ वरदान प्रभु का ही तो होता है।
सारी बाधाओं और चिन्ताओं से रहित,
जीवन का शुरुआती समय यह होता है।
धरा पर पग रखते ही प्रकृति दुग्ध देकर,
पालन-पोषण का भी प्रबन्ध देती है कर।
सरल-पवित्र हृदयी होने के कारण ही,
देव बच्चों को बचाते सहायक बनकर।
मां के पहला गाढ़ा-पीला दूध कोलोस्ट्रम ,
शिशु के हित पीयूष सदृश ही होता है।
जीवाणु-विषाणु से रक्षण के गुणों से युक्त,
शिशु के लिए यह वरदान प्रभु का होता है।
स्तनपान लाभप्रद होता मां और शिशु को,
शक्तिशाली शिशु बनता है इसको पीकर।
सरल-पवित्र हृदयी होने के कारण ही,
देव बच्चों को बचाते सहायक बनकर।
कई बार सुना और देखा भी है गया ,
दुर्घटना में बस जीवित बच्चा ही एक बचा।
भीषण शीत में शिशु खेलते हैं नंगे पांव,
जब कांपते हैं कम्बल भी ओढ़े हुए चचा।
जब रूह कांपती समझदारों की खतरे से,
खिलखिलाए शिशु परियों संग खुश होकर।
सरल-पवित्र हृदयी होने के कारण ही,
देव बच्चों को बचाते सहायक बनकर।