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Archana Tiwari

Inspirational

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Archana Tiwari

Inspirational

देशप्रेम

देशप्रेम

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कोटि-कोटि नमन करता हूँ

भारत के वीर सपूतों को 

देश हित में जिसने प्राण तजे 

उन भारत के अमर शहीदों को ! 


सह जाए जुल्म अनेकों दुश्मन के 

वे अभिनंदन से वीर यहाँ बसते हैं 

उन्मुक्त गगन के वे पंछी 

निज अपना नीड़ बसाते हैं ! 


राष्ट्र चेतना के वे प्रहरी 

जो राष्ट्रधर्म निभाते हैं 

जो डरते नहीं अरिदल से 

वे भारत के बलिदानी हैं ! 


नारी गौरव की रक्षा 

बुजुर्गों को शीश नवाते हैं 

घास की रोटी खाकर भी 

अरिदल को नाच नचाते हैं ! 


जो गुलामी की रोटी तोड़े 

वे क्या जाने मतलब आज़ादी का 

स्वाभिमान की ख़ातिर मारे ठोकर 

वे बतलाते महत्व आज़ादी का ! 


सुभाष की धरती पर खड़ा  

उन्मुक्त गगन की सैर करता हूँ  

मैं माँ भारती का पुत्र 

अपनी माटी का गौरव गाता हूँ ! 


भारती के लाल आतप शीत सहकर 

मातृभूमि का कर्ज चुकाते हैं 

दुर्गम मार्ग पर आगे बढ़कर  

रेगिस्तानों में भी गश्त लगाते हैं ! 


गुरुनानक बिस्मिल की धरती

पावन गंगा जमुना का संगम

कश्मीर से कन्याकुमारी तक 

गूंजे जहाँ देशभक्ति का सरगम ! 


आओ प्रण ले इसकी रक्षा का 

जय जवान जय किसान गाएँ 

ध्यान रहे राष्ट्र की मर्यादा का 

इसकी माटी से भाल सजाएँ ! 


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