देशभक्ति
देशभक्ति
सीमित है हमारी देशभक्ति
बस झंडा फहराने तक,
रेड लाइट पर बिकते झंडे
घर खरीद कर लाने तक।
सीमित है हमारी देशभक्ति
उत्साह से भाषण देने तक,
मैसेज और वीडियो शेयर कर
देशभक्ति के गाने बजाने तक।
स्वतंत्रता दिवस के अगले दिन
भुला दिया जाता ये सब सामान,
यत्र तत्र बिखरे झंडों से
राष्ट्रीय ध्वज का होता अपमान।
देशभक्ति का दायरा बहुत बड़ा है
देश को हमसे है ये आस,
ईमानदारी से आयकर भरें हम
देश का जिस से हो सके विकास।
भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी
से न बढ़ाएं अपनी आय,
आसपास स्वच्छता रखना
देशभक्ति का है पर्याय।
बच्चों को सच की राह दिखाना
देशभक्ति में है योगदान,
देश हमारा हो उन हाथों में
जिन पर हो हम को अभिमान।