देश प्रेम
देश प्रेम
क्या है देश प्रेम ?
सोचो तो सोने वालों
क्या गलत होने पर
चुप रह जाना, है देश प्रेम?
आवाज ना उठाना, है देश प्रेम?
धर्म जाति के नाम पर
लड़ जाना, है देश प्रेम?
पूंजी वादियों के हाथों
बिक जाना ,है देश प्रेम?
कानून से खेलना
ताकत दिखाना, है देश प्रेम?
देश प्रेम के नारे लगाना
होता नहीं काफी
जिम्मेदार नागरिक के
होते हैं दायित्व काफी
धर्मनिरपेक्ष देश में
करे जो सबका आदर
अन्याय के खिलाफ
बोले जो निडर होकर
अमन शांति की राह का
हर पल थामें दामन
पालन करे कानून का
करें कुछ ऐसे काम
बड़े देश प्रगति की ओर
ऊंचा हो जग में नाम.
