देश प्रेम में विभोर
देश प्रेम में विभोर
स्वतंत्रता दिवस है देखो आया
लाल किले पर ध्वज फहराया
बच्चे, बूढ़े, जवान सभी को
देश प्रेम में विभोर है पाया।
लाल किले की शोभा निराली
चारों ओर फैली खुशहाली
देख तिरंगा प्रफुल्लित है मन
ढोल, नगाड़े, नृत्य, गीतों के संग।
याद हैं आते स्वतंत्रता सेनानी
जिनके कारण ही आजादी पाई
खुल कर स्वांस हम ले पा रहे हैं
जिन्होंने कल अपनी स्वासें गवाई।
प्रधानमंत्री देश के गौरवान्वित होकर
लाल किले पर ध्वज फहराते
जन गण मन की धुन को सुनकर
मंत्रमुग्ध सा जन जन को पाते।।
