चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
आज छूने चला भारत चाँद का माथा,
दोहराई जाएगी युगों-युगों तक यह गाथा...
मिशन मून असफल नहीं हो रहा था,
जब चन्द्रयान- 2 का प्रक्षेपण हुआ था...
ऐ विश्व सुन लो हम कम नहीं हैं,
यह ना समझना कोई दम नहीं है...
सम्भाली कमान देश की दुर्गा ने,
चाँद सावन में भोले को करने अर्पण चली हैं...
प्रज्ञान, विक्रम महानवीर पहुँचे,
साथ गीता तिरंगा जो लेकर चले थे...
आज भर लेंगे हम चाँद आँखों में अपना,
स्वप्न पूरा हुआ जैसे कोई अपना...
टीम ISRO से सीखे कोई प्रतीक्षा में तपना,
साध लक्ष्य को अपने फिर निशाने पर रखना...
स्वावलंबन के धागों से बुना भारत का सुदृढ़ संकल्प,
देखता विश्व आज देखो पूरा हुआ है...