तलाश
तलाश
हर किसी को किसी कि तलाश है,
जिंदगी में किसी के साथ की आस है।
हर किसी को ये विश्वास है,
कि वो सबसे खास है।।
हर किसी ने ख्वाबों की एक दुनिया बनाई है,
जाने किसने कितने झूठों से सजाई है।।
हर रोज हमारा हक़ीक़त से सामना है,
लेकिन किसी को उसे नहींं मानना है।।
यहाँ झूठ, सच, धोखे, विश्वास का मतलब सब समझाते हैं,
और समय आने पर उनके मायने बदल जाते हैं।
मैंने तो यहाँ बस इतना जाना है कि हर कोई यहाँ झूठ का दीवाना है,
और सच और विश्वास का तो बस, मैंने सुना यहाँ अफसाना है।।