STORYMIRROR

Arun Pradeep

Tragedy

2  

Arun Pradeep

Tragedy

छुटभैया

छुटभैया

1 min
330

लगते कितने थोथे

नेताश्री के बयान

जब कहते हैं कि 

जन सेवा हित

सरकारी विभागों में।


करने हैं अपने मंत्री फिट

करने में लगे हैं बन्दर बाट

नहीं बने मंत्री

तो कर देंगे खड़ी

मित्र दल की भी खाट।

 

वक़्त रहते समझ लो

वोटर का अभिप्राय

वरना अगली बार

मिट्टी में दइयें मिलाय !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy