किंकर्तव्य विमूढ़ हो जाती है वोट दे, न दें, किसे दें, क्यों दें ? किंकर्तव्य विमूढ़ हो जाती है वोट दे, न दें, किसे दें, क्यों दें ?
मैंने सब नामों को घेर लिख डाला भारत। मैंने सब नामों को घेर लिख डाला भारत।
वरना अगली बार मिट्टी में दइयें मिलाय ! वरना अगली बार मिट्टी में दइयें मिलाय !
झूठ बोलने की ली शिक्षा वादा करने की बड़ी दीक्षा झूठ बोलने की ली शिक्षा वादा करने की बड़ी दीक्षा
खंगालने से भी ना सच मिलता है नेता परोपकार का काम करता है। खंगालने से भी ना सच मिलता है नेता परोपकार का काम करता है।
इतना जानते नहीं थे खाली खाली धर आएंगे। इतना जानते नहीं थे खाली खाली धर आएंगे।