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कुमार जितेन्द्र जीत

Drama

3.0  

कुमार जितेन्द्र जीत

Drama

चार कदम

चार कदम

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हे ! प्राणी, 

अपने नन्हें कदम रोक दीजिए ! 


अंनंत उजाला होगा जीवन में

कोरोना को जड़ से मिटाए ! 


चार चाँद लगेंगे अनमोल जीवन में।


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